1 Part
208 times read
18 Liked
सपना अधूरा हर ख्वाब,झूठा हर सपना निकला दुनिया की भीड़ में, जब ना कोई अपना निकला हम तो निकले थे राहों पर, अपनों के खातिर भरम तब टूटा, जब साथ कोई ...